Saturday, July 20, 2013

RTE : शिक्षकों के लिए बेहतरीन लेख


RTE : शिक्षकों के लिए  बेहतरीन लेख 


बस स्टॉप पर एक बच्चा रो-रो कर कह रहा था, ममी मुझे स्कूल नहीं जाना। रोते-रोते वह उलटी करने लगा। मैंने उसकी मां से पूछा, इतना क्यों रो रहा है? 
उनका जवाब था, यह इसका रोज का नाटक है। स्कूल नहीं जाएगा तो कब तक मेरे पास रहेगा? 

मैंने सुझाया, नहीं, आप इससे धीरे-धीरे बहला-फुसला कर कारण पूछिए।
दो-चार दिनों के बाद जब वह महिला मिली, तो जो सुनाया, वह चौंकाने वाला था। बच्चे ने उन्हें बताया था कि उसकी मैडम होमवर्क नहीं करके लाने पर धमकी देती थीं कि मैं तुम्हें चूहा बना दूंगी। फिर एक अलमारी के पास ले जाकर रूई भरे चूहे दिखातीं और कहतीं, देखो काम न करने वाले बच्चों को मैंने चूहा बना कर रखा हुआ है। कभी-कभी शोर मचाने पर बच्चों के मुंह के पास स्टैप्लर ले जाकर उनके होंठ स्टेपल कर देने की धमकी भी देतीं।
उनींदी आंखों वाले, भूखे पेट, शिशुओं को किसी तरह ठेल-ठाल कर, बस न मिस हो जाए - इस भागमभाग में मां-बाप की हर सुबह बीतती है। उनके किसी खासव्यवहार के पीछे क्या कारण होसकता है, इस पर गौर करने की फुर्सत ही नहीं मिलती। सहमे हुए बच्चे अक्सर घर पर भी कुछ नहीं बता पाते हैं और स्कूल जाने का विरोध करने के लिए वे जो कुछ करते हैं, उन्हें हम बहानेबाजी समझते हैं।
मासूम बच्चों के प्रति कुछ अध्यापकों का व्यवहार बाल-मनोविज्ञान के एकदम विपरीत होता है। बच्चों का आत्म-सम्मान कम तीखा नहीं होता। शारीरिक सजा की आज के एजुकेशनसिस्टम में कोई जगह नहीं है। पर दंड देने के दूसरे तरीके कितने अपमानजनक और हीनभावना पैदा करने वाले हैं। कहीं पर होमवर्क न करने पर पूरी क्लासके बीच बच्चे की निकर उतारने की धमकी ही नहीं दी जाती, कपड़ा नीचे कर दिया जाता है। रोज का यह ड्रामा हेडमास्टर तक पहुंचाया जाए तो बच्चे को टी.सी. यानी स्कूल छोड़ने का तोहफा मिल जाता है।
आज स्कूल में सिर पर कूड़ादानरख कर कोने में खड़ा करना आम बात है। बच्चों की बुद्धि, रूप आकार को केंद्र बनाकर गैंडे की खाल, कुत्ते की दुम, डफर और कछुए का खिताब बच्चों की बुद्धि को सचमुच कुंद कर देता है। बड़े होकर वे या तो विदोही बन जाते हैं या अपने में सिमट कर रह जाते हैं।
वयस्क होने पर भी कई बार लोग चूहा, बिल्ली, छिपकली, कॉकरोच आदि को देखते ही चीखने लगते हैं। वे यह भूल जाते हैं कि ये जीव तो स्वयं मनुष्य से डरते हैं और उनका आकार हमारे आकार से कितना छोटा है।
ऐसे लोगों से बारीकी से पूछा जाए तो इस डर का छोर सुदूर अतीत में बचपन तक जाता है। एक बच्चे के दादा अपनी बात मनवाने के लिए प्राय: उसके मुंह में कॉकरोच डालने के लिए उसके पीछे भागा करते थे। इसी तरह हर भय के पीछे छुटपन की कहानी है। एक महिला अपने ही घर में अपनी अलमारी खोलने से डरती थी। उसका विश्लेषण किया गया तो पता लगा कि बचपन में उसे डराने के लिए अलमारी में कोई भयानक पुतला रखा जाता था।
बच्चों को सुलाने के लिए मांएं अक्सर बंदर, भालू, शेर की आवाजें निकालती हैं। भूत का डर दिखाती हैं। अंधेरे में अकेला छोड़ देने का डर दिखातीहैं। ऐसे बच्चे जिंदगी भर अंधेरे से डरते हैं। भूतों की दुनिया में विश्वास करने लगते हैं। कुछ अध्यापक और मां-बाप बच्चों में हीन भावना पैदा करने के दोषी होते हैं। यदि दो भाई बहन (छोटे-बड़े) एकही स्कूल में पढ़ते हों और संयोग से एक पढ़ाई में तेज हो तो उनके टीचर कमजोर बच्चे को ताना देते हैं, 'तुम बड़े से कुछ सीखो। निकम्मे हो तुम।' घर में भी यही दोहराया जाता है।
ऐसा बच्चा अपने को नाकारा समझने लगता हैं। दूसरे, भाई से नफरत करने लगता है। तीसरे, पढ़ाई से उसका मन हट जाता है।
बी.एड. में बाल मनोविज्ञान पढ़ाया जाता है. कार्यशालाएं करवा कर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अध्यापक समुदाय को जागरूक बनाने की जरूरत है।
PR AAJ KAL TO LOG PAISA SE B.ED KI DEGREE KHAREEDTE HAI....

HTET : भर्ती प्रक्रिया रुकने से शिक्षकों की बढ़ी धड़कन



HTET : भर्ती प्रक्रिया रुकने से शिक्षकों की बढ़ी धड़कन

HTET  / टीईटी / TET Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News

चंडीगढ़, 17 जुलाई। हरियाणा राज्य शिक्षक भर्ती बोर्ड के गठन को लेकर उठे विवाद और इस विवाद के चलते भर्ती बोर्ड की प्रक्रिया रुकने की वजह से ‘भावी शिक्षकों’ की धड़कनें बढ़ गई हैं। एक ओर जहां पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में मामला चल रहा है, वहीं ‘भावी शिक्षकों’ को यह डर भी सता रहा है कि अगर अगले कुछ महीनों में लोकसभा चुनावों की घोषणा हो गई तो साथ खड़ी नज़र आ रही उनकी मंजिल उनसे कोसों दूर हो जाएगी। अगर चुनावों की घोषणा हो जाती है तो फिर भर्ती बोर्ड शिक्षकों के रिजल्ट घोषित नहीं कर सकेगा।
ऐसे में अब पात्र अध्यापक संघ ने एक बार फिर से ताल ठोकते हुए सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर डाला है। भर्ती व चयनित पात्र अध्यापकों की नियुक्ति को लेकर चल रही रस्साकस्सी में अब संघ के कूदने से मामले में ओर घमासान मचने के आसार बनते दिख रहे हैं। पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि भर्ती के परिणाम पर लगी रोक, चयनित पात्र अध्यापकों की कौंसलिंग व नियुक्ति तथा टीजीटी पदों की भर्ती निकलवाने, 4 वर्ष के शिक्षण अनुभव वाले अतिथि अध्यापकों व अन्य शिक्षकों को पात्रता परीक्षा से छूट देने व पीजीटी भर्ती में शार्ट लिस्टिंग से बाहर हुए उम्मीदवारों के सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमे में 6 अगस्त को होने वाली अहम सुनवाई जैसे मुद्दों को लेकर पात्र अध्यापकों की 21 जुलाई को रोहतक में अहम बैठक होगी।
उन्होंने बताया कि 28 जुलाई को झज्जर में विशाल प्रदर्शन कर शिक्षा मंत्री को मांगों का ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने मांग की है कि शिक्षा विभाग चयनित पीजीटी पात्र अध्यापकों की कौंसलिंग व नियुक्ति का कार्य 27 जुलाई तक पूरा करे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार द्वारा पात्र अध्यापकों की नियुक्ति हेतु जेबीटी व पीजीटी के शेष रहे 6 विषयों के रिजल्ट घोषित करवाने के लिए प्रयाप्त प्रयास नहीं किए गए तो 28 जुलाई को झज्जर में विशाल प्रदर्शन के साथ ही व्यापक आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।

सोशल साइट्स पर भी यही चर्चा
भावी शिक्षकों की बेचैनी इस कदर बढ़ी हुई है कि सोशल साइट्स पर भी वे शिक्षक भर्ती बोर्ड के विवाद और शिक्षकों की भर्ती से जुड़ी चर्चा ही करते रहते हैं। याद रहे कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा वर्तमान में जारी शिक्षक भर्ती के परिणाम पर रोक लगाई हुई है। ऐसे में भावी शिक्षकों को को यह डर सता रहा है कि यह मामला लम्बा भी खिंच सकता है। वहीं हरियाणा कैडर के जिन पीजीटी विषयों का रिजल्ट घोषित किया जा चुका है, उन विषयों में चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति हेतू शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक कौंसलिंग की प्रक्रिया आरंभ न करने से उनमें भी भारी बेचैनी का आलम है।


News Sabhaar : ट्रिब्यून न्यूज सर्विस (17.7.13)

Wednesday, July 17, 2013

HTET 2013 Result एचटेट: 5% ही शिक्षक बनने के हैं योग्य, बोर्ड ने दिया जोर का झटका धीरे से



HTET 2013 Result एचटेट: 5% ही शिक्षक बनने के हैं योग्य, बोर्ड ने दिया जोर का झटका धीरे से




HTET 2013 Reslult Pass Candidate Below 5%

भिवानी.  हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को एचटेट (हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा) का रिजल्ट घोषित कर दिया। इसमें 95.55 फीसदी भावी शिक्षक फेल हैं। परीक्षा परिणाम बोर्ड की वेबसाइट पर 17 जुलाई सुबह 10 बजे के बाद से देखा जा सकेगा। २५ और २६ जून को एचटेट आयोजित किया गया था। तीन लाख 47 हजार 272 छात्रों ने परीक्षा दी थी। इसमें 15 हजार 420 परीक्षार्थी ही शिक्षक बनने की पात्रता पर खरे उतरे।

यहां देखें रिजल्ट : hbse.ac.in, htet.nic.in पर रिजल्ट देखा जा सकता है। छात्र बोर्ड की हेल्पलाइन 01664-254000 से भी रिजल्ट पता कर सकते हैं।



शिक्षक बनने की पहली बाधा में 95.55 % फेल, बोर्ड ने दिया जोर का झटका धीरे से

बेसब्री से एच टेट के परिणाम का इंतजार कर रहे परीक्षार्थियों को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने जोर का झटका धीरे से दिया है। एच टेट में 95.55 फीसदी भावी शिक्षक एच टेट रूपी बाधा को पार करने में फेल हो गए। परिणाम बोर्ड की वेबसाइट पर 17 जुलाई सुबह 10 बजे के बाद देखा जा सकेगा। एसएमएस से भी परिणाम की जानकारी ली जा सकेगी।

25 व 26 जून को हुई एच टेट परीक्षा के बाद से ही परीक्षार्थी बेसब्री से परिणाम का इंतजार कर रहे थे। बोर्ड प्रशासन ने ओएमआर/उत्तरपुस्तिका व उत्तर कुंजी की परीक्षा परिणाम तैयार होने के बाद रैंडम जांच भी करवाई। इस कारण परिणाम घोषित होने में दो दिन की देरी हुई। परिणाम में जितनी देरी हो रही थी परीक्षार्थियों की बेचैनी उतनी ही बढ़ रही थी। बोर्ड ने परिणाम घोषणा के साथ ही करीब 95.55 फीसदी भावी शिक्षकों के शिक्षक बनने की उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया। अब उन्हें अगले एच टेट का इंतजार करना होगा।



सुनीता, मेनका, प्रमिला व हरदीप ने किया टॉप

हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा की लेवल- फस्र्ट प्राइमरी टीचर परीक्षा में रोल नं. 1015045-सुनीता जिला सोनीपत ने 119 अंक और रोल नं. 1040185 -मेनका जिला भिवानी ने भी 119 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है। लेवल- टू टीजीटी परीक्षा में रोल नं. 2065439-प्रमिला जिला भिवानी ने 116 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है। लेवल- थर्ड पीजीटी परीक्षा में रोल नं. 3012132-हरदीप सिंह जिला जींद ने 121 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

 तीन लाख 47 हजार 272 ने दी परीक्षा
एच टेट में तीन लाख 47 हजार 272 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। जिसमें से 15 हजार 420 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। परीक्षा देने वालों में एक लाख 20 हजार 231 पुरुष परीक्षार्थी थे, जिनमें से 6,254 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इनके अलावा दो लाख 27 हजार 41 महिला परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें से नौ हजार 166 परीक्षार्थी पास हुई। लेवल- फस्र्ट प्राइमरी टीचर परीक्षा में 1,14,887 परीक्षार्थी बैठे थे जिनमें से 11,025 उत्तीर्ण हुए हैं। इनकी पास प्रतिशत 9.60 फीसदी रही है। लेवल- टू टीजीटी परीक्षा में 1,49,255 परीक्षार्थी बैठे थे जिनमें से 2,147 उत्तीर्ण हुए हैं। इनकी पास प्रतिशत 1.44 रही है। लेवल- थर्ड पीजीटी परीक्षा में 83,130 परीक्षार्थी बैठे थे। इनमें से 2,248 उत्तीर्ण हुए हैं। इनकी पास प्रतिशत 2.70 रही है।


फर्जी कुंजी से परीक्षा देने वाले फेल

फर्जी उत्तर कुंजी का प्रयोग कर परीक्षा देने वाले सभी परीक्षार्थी 27 से 37 ही अंक हासिल कर पाए। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार 487 परीक्षार्थियों ने फर्जी उत्तर कुंजी के सहारे परीक्षा दी थी। बोर्ड सचिव डा. अंशज सिंह ने बताया कि परीक्षा के दौरान कुछ निजी स्वार्थी तत्वों द्वारा प्रश्न-पत्र/उत्तर कुंजी की लीकेज की भ्रांति जनमानस में फैलाई गई थी। जांच में 487 ऐसे परीक्षार्थी जांच में सामने आए हैं जिन्होंने फर्जी उत्तर कुंजी का इस्तेमाल करके परीक्षा दी। इन सभी परीक्षार्थियों के 27 से 37 अंक ही आए है।





आज सुबह 10 बजे से यहां देखें परिणाम



एचटीईटी < रोल नंबर > लिखकर 56263 पर एसएमएस करके।

बोर्ड की हेल्पलाइन सेवा के दूरभाष नं. 01664-254000 से

www.hbse.ac.in, www.htit.nic.in, प्रश्न-पत्रों की उत्तर कुंजी उपलब्ध है।



परीक्षा के संचालन व परीक्षा परिणाम तैयार करने में पूर्ण गोपनीयता व पारदर्शिता बरती गई है। ओएमआर/उत्तरपुस्तिका व उत्तर कुंजी की परीक्षा परिणाम तैयार होने के बाद रैंडम जांच भी की गई है।

-डॉ. अंशज सिंह, सचिव हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड


साथियों को पास करवाने का प्रयास करने वालों पर होंगे केस

एचटेट की ओएमआर शीट के गोलों में अपने साथियों के रोल नंबर गहरे करने वाले परीक्षार्थियों पर इंप्रसोनेशन का केस दर्ज होगा। लेवल वन में आठ केस ऐसे सामने आने के बाद लेवल द्वितीय में भी दो केस ऐसे पकड़े गए हैं। शिक्षा बोर्ड सचिव डॉ. अंशज सिंह ने बताया कि प्राइमरी टीचर वर्ग की परीक्षा में कैथल परीक्षा केंद्र पर परीक्षा में बैठे परीक्षार्थी रोल नं. 1075308 जंगबीर सिंह, फतेहाबाद परीक्षा केंद्र पर बैठी पूनम रोल नं. 1037078 व इसी तरह फतेहाबाद परीक्षा केंद्र पर संदीप तंवर रोल नं. 1034058, पानीपत परीक्षा केंद्र पर बैठी पूनम रोल नं. 1097544, गुड़गांव परीक्षा केंद्र पर बैठे संदीप रोल नं. 1042532, कुरुक्षेत्र परीक्षा केंद्र पर बैठी सीमा रानी रोल नं. 1084394 व कुरुक्षेत्र के दो परीक्षा केंद्रों पर बैठे सोनू राम रोल नं. 1078294  व पूजा रोल नं. 1083811 को पास करवाने की चेष्टा की गई।



इस धोखाधड़ी के मामले में परीक्षार्थियों ने अंकों में तो अपने-अपने रोल नंबर भरे, जबकि ओएमआर शीट पर बब्बल/गोले एक-दूसरे के रोल नंबरों के भर दिए ताकि उत्तरपुस्तिका पर किए गए उत्तरों का लाभ दूसरे के खाते में स्थानांतरित हो सके।




News Sabhaar : bhaskar news ( Jul 17, 2013)

HTET : 2008 में 20 प्रतिशत व 2011 में 19.86 तो इस बार एचटेट का परिणाम



HTET : 2008 में 20 प्रतिशत व 2011 में 19.86 तो इस बार एचटेट का परिणाम

 




भिवानी : एचटेट के परिणामों में खामियों को दूर करने के लिए पहली बार रेडम चेकिंग भी की जा रही है। इसके तहत अब तक (लेवल-1) की चेकिंग की जा चुकी है। सूत्रों की माने तो इस बार 90 प्रतिशत से भी अधिक गुरू जी फेल होने जा रहे है। हालांकि अभी रिजल्ट को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और वास्तविक स्थिति तो रिजल्ट घोषित होने के बाद ही पता चल सकेगी।

शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने इस बार पहली दफा एचटेट का टाइम एक घंटे से बढ़ाकर ढाई घंटा किया था। उम्मीद की जा रही थी कि इस बार पास प्रतिशत बढ़ेगा। लेकिन परिणाम इसके विपरीत आए है। उतर कुंजी लीक होने के सहारे बैठे अधिकांश गुरुजी का तो घंटा बजता नजर आ रहा है। क्योंकि इस बार बोर्ड प्रशासन ने एचटेट का समय बढ़ाया था तो साथ में प्रश्न भी उसी के हिसाब जटिल कर दिए थे। इस वजह से परिणाम भी इस बार काफी जटिल आने की संभावना है। सूत्र बताते हैं कि लेवल 1 का परिणाम दस प्रतिशत से कम रह सकता है, जबकि लेवल 2 का परिणाम तो केवल पांच प्रतिशत पर ही रहने की संभावना है। 2008 में केटेगरी 1 का परिणाम 20 प्रतिशत, दिसंबर 09 में 12.27 और 2011 में 19.86 रहा था। इस बार कितना होगा। इसी को लेकर लाखों परीक्षार्थियों की नजरे टिकी हुई है।

इस बारे में शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. असंज सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि एचटेट के रिजल्ट की रेडम चेकिंग की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की कोई गलती न हो। उन्होंने कहा कि रिजल्ट कितना रहेगा, वे अभी खुलासा नहीं सकते, लेकिन दो दिन बाद घोषित करने का प्रयास जरूर कर रहे है।



News Sabhaar : Jagran (17.7.13)

HTET 2013 Result Declare Today


HTET 2013 Result Declare Today


HTET  / टीईटी / TET Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News

The result of Haryana teacher eligibility test (HTET) - June 2012-13 conducted by Haryana Board of School Education would be declared on Wednesday (July 17)

Official notification released by Haryana Board of School Education, Haryana Teacher Eligibility Test (HTET) 2013 result would be released today for about 3,79,781 candidates who appeared in the entrance examination last month. Haryana Board conducted the HTET on 25th & 26th June for Primary Teachers, Trained Graduate Teachers (TGTs) and Post Graduate Teachers (PGTs) at various centers across the state.

1,23,472 candidates in PRT, 64,388 in TGT and 90,021 in PGT categories appeared in HTET 2013. Earlier, results were scheduled to be published on 15th June, however due to the incorrect questions in the exam paper evaluation of the answer sheets had to be done again for lakhs of answer sheets. Spokesperson from the Haryana Board confirmed that re-evaluation of the answer sheets is completed and results would be out today i.e. 17th July at around 10:00 am.

Marks certificates will be distributed after the declaration of the results where Board would also be releasing the answer key along with the results. Candidates would be able to check the results on official website of HBSE hbse.ac.in and htet.nic.in. To check the results via SMS, type HTET (space) RollNo and send it to 56263.



फरीदाबाद।। हरियाणा बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन द्वारा संचालित हरियाणा टीचर एलिजिबिलटी टेस्ट ( एचटीईटी ) जून 2012-2013 का रिजल्ट बुधवार को घोषित किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए बोर्ड अध्यक्ष डॉ के . सी . भारद्वाज ने बताया कि परीक्षा परिणाम बोर्ड की वेबसाइट www.hbse.ac.in, www.htet.nic.in और indiaresults.com पर सुबह 10 बजे से उपलब्ध होगा। रिजल्ट बोर्ड की हेल्पलाइन सर्विस (01664-254000) से भी पता किया जा सकता है। इसके अलावा एसएमएस से भी रिजल्ट प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए मोबाइल के मेसेज बॉक्स में HTET <RollNo> टाइप कर 56263 पर भेजना होगा। इस परीक्षा के प्रश्न - पत्रों की आंसरशीट बोर्ड की वेबसाइट www.hbse.ac.in एवं www.htet.nic.in पर सुबह 10 बजे से उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि 3 लाख 47 हजार 272 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी , जिसमें से 15 हजार 420 स्टूडेंट्स पास हुए हैं।
बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि एचटीईटी के लेवल -1 प्राइमरी टीचर परीक्षा में सुनीता जिला सोनीपत ( रोल नंबर 1015045) और मेनका जिला भिवानी ( रोल नंबर 1040185) ने 119 अंक प्राप्त कर टॉप किया है। लेवल -2 टीजीटी परीक्षा में प्रमिला जिला भिवानी ( रोल नंबर 2065439) ने 116 के साथ फर्स्ट किया है। लेवल -3 पीजीटी परीक्षा में हरदीप सिंह जिला जींद ( रोल नंबर 3012132) ने 121 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है




Friday, July 5, 2013

RTI Right To Information Act / HTET : 19 महीने बाद पास एचटेट


RTI Right To Information Act / HTET : 19 महीने बाद पास एचटेट 


फेल छात्रा आरटीआई की मदद से 19 महीने बाद पास एचटेट 

एचटेट 2011 में बोर्ड ने 'ई' कोड के पेपर को 'ए' कोड की कुंजी से चेक किया 


एच टेट 2011 के लिए शिक्षा बोर्ड लगातार चर्चा में बना रहता है। नया मामला उस दौरान एक परीक्षार्थी की उत्तर पुस्तिका को दूसरे कोड की उत्तर कुंजिका द्वारा चेक किया जाना है। 19 महीने के प्रयास और मामला सूचना आयोग तक ले जाने के बाद बोर्ड द्वारा जो रिजल्ट जारी किया गया, उसमें परीक्षार्थी उत्तीर्ण है। 

बोर्ड द्वारा पांच और छह नवंबर 2011 को अध्यापक पात्रता परीक्षा ली गई थी। इस दौरान लगभग साढ़े चार लाख ने यह परीक्षा दी। तीन एंजेसियों और आईएएस अधिकारियों की देखरेख में इसका परिणाम तैयार करने में 25 दिन का समय लगा। परिणाम दो दिसंबर 2011 को घोषित किया गया। परीक्षा के समय बोर्ड ने किसी को भी परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र बाहर नहीं ले जाने दिया। 15 महीने तक कोई उतर कुंजी भी जारी नहीं की। प्रश्न पत्र, ओएमआर और उत्तरपुस्तिका हासिल करने में पूरे प्रदेश से बोर्ड में 5000 से अधिक आरटीआई लगी। इनमें 800 से अधिक आरटीआई राज्य सूचना आयोग के पास पहुंची। 

दिल्ली निवासी तेजसिंह हुड्डा ने बताया सात मई 2013 को बोर्ड अधिकारियों ने उसकी बेटी अनुराधा की ओमएमआर सीट, प्रश्न पत्र की प्रति दी जिस पर ई कोड लिखा हुआ था। मगर उन्हें उत्तरपुस्तिका ए कोड की दी। ए कोड के अनुसार उसकी बेटी को 45 अंक तथा बोर्ड द्वारा डाली गई ई कोड से 121 अंक बन रहे थे। यह देख उन्होंने इसकी शिकायत बोर्ड सचिव से की। मगर बोर्ड ने उसकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया था। 

तेजसिंह हुड्डा ने बताया मेरी बेटी का कहना था कि पापा मैं फेल नहीं हो सकती शायद बोर्ड से कोई गलती हुई है। इसलिए मैंने बेटी के प्रश्नपत्र के अलावा उत्तरपुस्तिका की ओएमआर सीट लेने का प्रयास किया। इसके लिए उन्होंने बोर्ड में पहली आरटीआई दिसंबर 2011 को लगाई। वहीं राज्य सूचना आयोग ने बोर्ड को सितंबर 2012 को ओएमआरसीट निरीक्षण कराने के आदेश किए। 25 सितंबर 2012 से बोर्ड ने सभी को ओएमआर, प्रश्न पत्र व उत्तरपुस्तिका सीट का निरीक्षण दिखाया। मगर उन्हें थर्ड पार्टी मान इसके लिए मना कर दिया। इस पर उन्होंने दोबारा आरटीआई लगाई। इस पर बोर्ड ने सात जनवरी 2012 को बोर्ड के अंदर पेपर का निरीक्षण तो कराया पर उसमें पेपर कोड नहीं था। इससे संतुष्ट न होकर दोबारा असली प्रश्नपत्र, उत्तरपुस्तिका तथा ओएमआर सीट के लिए राज्य सूचना आयोग का दरवाजा खटखटया



HTET : असमंजस में पदोन्नत हुए पांच हजार हेडमास्टर प्रमोशन मिला, पर वेतन अटक गया


HTET : असमंजस में पदोन्नत हुए पांच हजार हेडमास्टर 
प्रमोशन मिला, पर वेतन अटक गया

शिक्षा निदेशालय से नहीं मिले जिम्मेदारी संबंधी निर्देश
13 जून को नेट पर डाली थी मुख्याध्यापकों की सूची
वेतन निकलवाने की पावर किसको, कुछ पता नहीं 
नए मुख्याध्यापकों का जून माह का वेतन अटका


•भिवानी। शिक्षा विभाग ने जून माह में पदोन्नत कर प्रदेश के करीब पांच हजार अध्यापकों को हेडमास्टर बनाया है। उनके अधिकार और जिम्मेदारी क्या होगी, वेतन कौन निकलवाएगा आदि ऐसे सवाल हैं जिन्हें लेकर वे असमंजस में हैं। इनके चलते पदोन्नत हेडमास्टरों को जून माह का वेतन भी अब तक नहीं मिल सका है। 
निदेशालय मौलिक शिक्षा विभाग हरियाणा ने अध्यापक से पदोन्नत किए प्रदेश के करीब पांच हजार मुख्याध्यापकों के नाम नेट पर 13 जून की रात को अपलोड किए थे। इसके बाद से जुलाई माह तक लगभग सभी पदोन्नत हुए मुख्याध्यापकों ने अपने अपने स्टेशन लेकर पदभार ग्रहण कर लिया। नया पदभार ग्रहण करने के बाद उनमें खुशी तो थी लेकिन विभाग की तरफ से किसी प्रकार की कोई डायरेक्शन नहीं मिलने से वे चिंतित भी हैं। 
पदोन्नत मुख्याध्यापकों का कहना है कि उन्हें अभी तक शिक्षा निदेशालय की तरफ से किसी प्रकार के कोई निर्देश नहीं मिले हैं। उन्हें कौन-कौन सी जिम्मेदारियां दी गई हैं, बतौर हेडमास्टर उनको क्या-क्या काम करने हैं, इस बारे में अभी तक कोई सरकूलर उनके पास नहीं पहुंचा है। 
हरियाणा राजकीय अध्यापक संबंधित हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव दिलबाग सिंह और प्रवक्ता जयवीर नाफरिया ने बताया कि प्रमोशन के बाद हरियाणा में करीब पांच हजार अध्यापकों को हेडमास्टर तो बना दिया गया लेकिन वे अपनी जिम्मेदारी से अनजान हैं। 
विभाग को चाहिए कि जल्द से जल्द सरकूलर जारी कर उनको अधिकार और ड्यूटी के बारे में डायरेक्शन दी जाएं। उनका जून माह का वेतन अटका हुआ है। वेतन निकलवाने की पावर उनकी खुद की होगी या किसी ओर को दी जाएगी, इस बारे में भी कुछ पता नहीं है। दस जमा दो के स्कूलों में किस प्रकार की पावर उनके पास होंगी, इस बारे में अभी तक कुछ पता नहीं है। इसके अलावा हाई स्कूल और सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अध्यापकों का हाजिरी रजिस्टर आठवीं तक अलग होगा या एक साथ इस बारे में भी अभी कुछ साफ नहीं है। 
निर्देश आते रहेंगे : डीईईओ
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतबीर सिवाच ने बताया कि मौलिक शिक्षा में हेडमास्टर के नए पद सृजित हुए हैं। धीरे-धीरे डायरेक्शन आती रहेंगी। वैसे मिडिल कक्षा तक की पूरी जिम्मेदारी मुख्याध्यापकों की होगी। दस जमा दो और मैट्रिक स्कूलों में मौलिक शिक्षा हेडमास्टर के पास वेतन निकलवाने का अधिकार होगा या नहीं इस बारे में अभी विभाग की तरफ से कोई निर्देश नहीं आए हैं।



HTET : शिक्षकों के पदों का रेशनेलाइजेशन (तर्क संगत) करने के नाम कक्षा में छात्रंे की संख्या बढ़ाई जा रही है


HTET : शिक्षकों के पदों का रेशनेलाइजेशन (तर्क संगत) करने के नाम कक्षा में छात्रंे की संख्या बढ़ाई जा रही है 


राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के पदों का रेशनेलाइजेशन (तर्क संगत) करने के नाम पर जोरशोर से तैयारी चल रही है। शिक्षा का अधिकार कानून व एनसीईआरटी के सभी प्रावधानों को दरकिनार करते हुए कक्षा में छात्रंे की संख्या बढ़ाई जा रही है तथा विषयों के साप्ताहिक पीरियड घटाए जा रहे हैं। 1इस बीच हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के अध्यक्ष वजीर सिंह और महासचिव सीएन भारती ने स्कूलों में रेशनेलाइजेशन की नीति का प्रबल विरोध किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग अपनी खामियां छिपाने तथा नई भर्तियां करने से बचने के लिए प्रदेश की आंखों में धूल झोंक रहा है। शिक्षक नेताओं के अनुसार प्राथमिक विभाग में 45 बच्चों पर एक पद दिया जा रहा है, जबकि शिक्षा अधिकार कानून कहता है कि 30 बच्चों पर एक अध्यापक होगा। उन्होंने मांग की है कि अधिकतम 30 बच्चों व प्रति कक्षा/सेक्शन पर एक अध्यापक होना चाहिए। अपर प्राइमरी में 50 बच्चों तक एक सेक्शन तथा 100 बच्चों तक दो सेक्शन बनाए जा रहे हैं जबकि कानून 35 बच्चों के सेक्शन का है। प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार 43 साप्ताहिक पीरियड तक एक ही अध्यापक का पद दिया जा रहा है व दो-दो विषयों (विज्ञान-गणित, हिंदी-संस्कृत, सामाजिक-अंग्रेजी) का वर्कलोड इकट्ठा डाला जा रहा है जबकि मास्टर के पहले साप्ताहिक 36 ही पीरियड थे। विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, सामाजिक व हिंदी के साप्ताहिक पीरियड भी कम किए जा रहे हैं। विज्ञान एक प्रायोगिक विषय है, उसके केवल सप्ताह में पांच पीरियड दिए गए हैं। एनसीईआरटी/सीबीएसई सभी विषयों के आठ साप्ताहिक पीरियड देता है। सीएन भारती के अनुसार कक्षा 9 से 12वीं की स्थिति तो बिल्कुल ही डावांडोल है। कक्षा 9 से 12वीं को पढ़ाने के लिए 32 हजार प्राध्यापक चाहिए जबकि केवल आठ हजार प्राध्यापक ही कार्यरत हैं। वजीर सिंह ने बताया कि 13-14 जुलाई को जींद में राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है