Monday, June 11, 2012

HTET : टीईटी से छूट देने का भी ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा गेस्ट लेक्चरर को



HTET : टीईटी से छूट देने का भी ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा गेस्ट लेक्चरर को
पात्र अध्यापकों को भी कम लाभ मिलेगा

चंडीगढ़। हरियाणा शिक्षक भरती बोर्ड ने पीजीटी (लेक्चरर) के 14 हजार से पदों के लिए जो आवेदन मांगें हैं, उसके लिए लगाई शर्त से हरियाणा के गेस्ट लेक्चररों को ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा। नतीजतन गेस्ट टीचरों ने 19 जून को शिक्षा सदन के सामने एक दिन का प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
इस भरती में हरियाणा सरकार ने चार साल के टीचिंग अनुभव वाले टीचरों को टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट से छूट इसलिए दी है ताकि गेस्ट टीचरों को फायदा मिल जाए। अब भरती बोर्ड ने शर्त लगाई है कि पीजीटी के लिए एमए में 50 फीसदी न्यूनतम अंक हों और साथ में बीएड की डिग्री भी होना जरूरी है। इसके अलावा अंडर ग्रेजुएशन, दस जमा दो और दसवीं में से किन्हीं दो में कम से कम 50 फीसदी अंक हों और एक में 45 फीसदी। ये सर्विस रूल्स 11 अप्रैल 2012 को अधिसूचित किए हैं। इससे पहले के रूल्स में प्रावधान था कि लेक्चरर के लिए एमए तो 50 फीसदी अंकों से पास होना जरूरी था, लेकिन अंडर ग्रेजुएशन, दस जमा दो या दसवीं में 50 फीसदी या 45 फीसदी अंकों की शर्त नहीं थी, सिर्फ हिंदी का ज्ञान होना जरूरी था।
गेस्ट टीचर यूनियन के महासचिव राजेंद्र शर्मा शास्त्री ने बताया कि सरकार ने जो टीईटी से छूट दी है, उससे गेस्ट लेक्चररों को लाभ नहीं होगा।
इस समय 2700 गेस्ट लेक्चरर हैं, जिनमें से 1500 के पास बीएड की डिग्री ही नहीं है। शर्मा ने कहा कि क्योंकि पहले वाले रूल्स में लेक्चररशिप के लिए एमए होना जरूरी था, बीएड की शर्त नहीं थी और अंडर ग्रेजुएशन, दस जमा और दसवीं में 50 या 45 फीसदी अंकों की शर्त नहीं थी, इसलिए इस भरती में उन्हें कोई फायदा नहीं होगा।
शर्मा ने कहा कि यूनियन ने 10 जून को आपात बैठक कर फैसला किया है कि गेस्ट टीचरों को एकमुश्त रेगुलर करने की घोषणा राज्य सरकार करे। अन्यथा 19 जून को शिक्षा सदन के सामने एक दिन का प्रदर्शन किया जाए


News Source : Amar Ujala (12.6.12)

Sunday, June 10, 2012

HTET : पीजीटी भर्ती को लेकर शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्र के लिए मारामारी


HTET : पीजीटी भर्ती को लेकर शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्र के लिए मारामारी


PGT Recruitment in Haryana, Experience Certificate Demnaded to Apply for Teacher :

तोशाम, 9 जून। हरियाणा राज्य शिक्षक भर्ती बोर्ड द्वारा पीजीटी पदों के लिए चार वर्ष के शिक्षक अनुभव के आधार पर आवेदन मांगे जाने के बाद नौकरी पाने के लिए शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए मारामारी देखने को मिल रही है। सुनने में आया है कि इच्छुक अभ्यर्थी शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्र के लिए एक लाख रुपए तक की पेशकश कर चुके हैं।

इतना ही नहीं शिक्षक अनुभव के आधार पर पीजीटी के आवेदन मांगे जाने के बाद टीजीटी व पीआरटी के पदों पर नौकरी पाने के इच्छुक अभ्यर्थी भी शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने भी दांए-बाएं से अपनी गोटियां फिट करनी शुरू कर दी है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि उक्त शिक्षक भर्ती में अनुभव के मामले में शिक्षक भर्ती बोर्ड द्वारा पारदर्शिता लाने के लिए क्या मापदंड अपनाए जाएंगे या फिर वास्तव में शिक्षक अनुभव का प्रमाण-पत्र प्राप्त कर चुके भावी शिक्षकों के अधिकारियों का हनन होगा। 

यह तो भविष्य ही बताएगा। गौरतलब होगा कि हरियाणा राज्य शिक्षक भर्ती बोर्ड द्वारा पीजीटी के लगभग 14216 पदों के लिए   विभिन्न विषयों के अभ्यर्थियों के आवेदन मांगे हैं। बोर्ड द्वारा उक्त विषयों के पदों को भरने के लिए एचटेट व बीएड के साथ-साथ चार वर्ष का शिक्षक अनुभव रखने वाले अभ्यर्थियों से भी आवेदन बोर्ड द्वारा मांगे गए हैं। ऐसे में कुछेक अभ्यर्थी तो वास्तव में ही अपनी शिक्षा पूरी होने के बाद से निजी विद्यालय में नौकरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं और बोर्ड द्वारा जारी किए गए चार वर्ष के शिक्षक अनुभव के आधार पर पीजीटी पदों के आवेदन मांगने से आस बंधी है। किंतु बोर्ड द्वारा जारी किए गए चार वर्ष के शिक्षक अनुभव का फायदा उठाने के लिए उन अभ्यर्थियों ने भी कमर कस ली है, जिनके पास वास्तव में शिक्षक अनुभव का प्रमाण-पत्र तो नहीं है, लेकिन फिर भी उसे पाने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। बताया गया है कि ऐसे अभ्यर्थियों के तो रिश्तेदार और मित्र भी एक-दूसरे से और निजी विद्यालयों के मुखियाओं से संपर्क बनाए हुए हैं।

इतना ही नहीं प्रदेश में शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्र के आधार पर पीटीजी पदों के लिए आवेदन मांगे जाने के बाद टीजीटी पदों के उम्मीदवार और पीआरटी पदों के उम्मीदवार भी सक्रिय दिखाई दिए हैं, क्योंकि उक्त दोनों श्रेणियों के अभ्यर्थियों ने भी अनुमान लगा लिया है कि देर सवेर उक्त पदों के लिए भी हरियाणा राज्य शिक्षक भर्ती बोर्ड द्वारा अनुभव के आधार पर आवेदन मांगे जा सकते हैं।

लोगों में चर्चा बनी हुई है कि चार वर्ष का शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्र पाने के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों ने एक लाख रुपए तक की पेशकश कर डाली है और पीजीटी, टीजीटी व पीआरटी पदों पर नौकरी पाने के लिए शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए मारामारी देखने को मिल रही है। अब देखना यह होगा कि हरियाणा राज्य शिक्षक भर्ती बोर्ड इस प्रकार के कथित फर्जी या जाली शिक्षक अनुभव प्रमाण-पत्रों में पारदर्शिता लाने और उनसे निपटने के लिए शिक्षक भर्ती बोर्ड कहां तक कारगर कदम उठा पाता है।


News Source : Denik Tribune (9.6.12)

Saturday, June 9, 2012

HTET : शिक्षक भर्ती बोर्ड के नियम बने आवेदकों के लिए सिरदर्द


HTET : शिक्षक भर्ती बोर्ड के नियम बने आवेदकों के लिए सिरदर्द

झज्जर, 9 जून (निस)। लंबे अरसे के बाद पीजीटी के विभिन्न विषयों के लिए 15 हजार शिक्षकों की भर्ती के नियम आवेदकों के गले नहंी उतर रहे। नए नियम बनाते हुए न तो पुराने शिक्षित आवेदकों का ध्यान रखा गया और न ही नयों के लिए एक जैसे नियम हैं। बीएड की अनिवार्यता को लेकर दोहरा मानदंड है तो बीए तक दो कक्षाओं के लिए अच्छा अकादमिक  रिर्काड कालेज स्तर से स्कूल स्तर पर लाया गया है। जिससे पुराने शिक्षित लोग आवेदन ही नहीं कर पाएंगे। अनुभव का प्रमाण पत्र बनवाना भी जटिल किया गया है।

दो दिन पूर्व विभिन्न समााचार पत्रों में पीजीटी के 15 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए हरियाणा शिक्षक भर्ती बोर्ड ने रिक्तियां घोषित की हैं। इनके घोषित होने के साथ ही नियमों की चर्चा तेज हो गई है। बोर्ड द्वारा बनाए गए नए नियम आवेदकों के गले नहीं उतर रहे। खास बात यह है कि आवेदकों को फार्म भी ऑन लाइन भरना है और किसी भी योग्यता को यदि आवेदक पूरा नहीं करता तो उसका फार्म सॉफ्टवेयर स्वीकार नहीं करेगा, ऐसे में अनेक आवेदक आवेदन कर ही नहीं पाएंगे।

 अमर सिंह, राकेश कुमार, प्रदीप, अशोक सहित अनेक आवेदकों का कहना है कि बोर्ड ने बीएड की अनिवार्यता में दोहरा मानदंड अपनाया है। यदि आवेदक एचटेट पास है तो उसे बीएड की छूट है और यदि वह चार वर्ष के अनुभव के आधार पर आवेदन कर रहा है तो उसे बीएड की छूट नहीं है। ऐसे में दोहरा मानदंड गले नहीं उतरता। इनका कहना है कि हरियाणा में अब से पहले प्राध्यापक के लिए बीएड अनिवार्य नहीं थी, इसलिए ज्यादातर लोग सीधे स्नातकोत्तर में प्रवेश लेते थे। यदि बीएड लागू की जानी है तो उसके लिए बोर्ड को बाकायदा भविष्य के लिए डेट घोषित करके ही लागू किया जाना चाहिए। इस नई नीति से अनेक पात्रता पास अभ्यर्थी भी अयोग्य हो जाएंगे, चूंकि बोर्ड ने अच्छे अकादमिक रिर्काड के तहत स्नातक तक दो कक्षाओं में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य किए हैं, जबकि एचटेट लेते समय इस तरह की कोई शर्त नहीं रखी गई थी। ऐसे में उनकी पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होने के बावजूद वे दो कक्षाओं में कम नंबर होने पर आवेदन नहीं कर पाएंगे। अमर सिंह का कहना है कि 90 के दशक तक तो बोर्ड की परीक्षाओं में 40 से 50 प्रतिशत नंबर महत्वपूर्ण होते थे। ऐसे में वे लोग वंचित रह जाएंगे जो 40 वर्ष के करीब के हैं और उनके नंबर कम हैं। अमर सिंह का यह भी कहना है कि नंबरों में एससी वर्ग के लिए पांच प्रतिशत की छूट का प्रावधान भी नहीं किया गया है। इसलिए इन वर्गों के लोग भी इसका लाभ उठा नहीं पाएंगे।
आरक्षण की नीति को लेकर भी आवेदक सवाल उठा रहे हैं। अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से मांग की  हैै कि बोर्ड के नियमों को दोबारा से इस तरीके से बनाया जाए जिससे अधिक से अधिक लोग आवेदन कर सकें वरना ज्यादातर लोग तो फार्म भरे बिना ही प्रतियोगिता से बाहर हो जाएंगे।


News Source : Denik Tribune (9.6.12)

HTET : पीजीटी के लिये गुड एकेडमिक रिकार्ड की शर्त वापस लेने की मांग



HTET : पीजीटी के लिये गुड एकेडमिक रिकार्ड की शर्त वापस लेने की मांग

उकलाना मंडी, 9 जून (एस)। भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेश सचिव सुरेंद्र सेलवाल ने हरियाणा विद्यालय शिक्षक चयन बोर्ड द्वारा पीजीटी के लिये विज्ञापित 14216 पदों पर भर्ती प्रक्रिया को कड़ा एतराज जताया है और इसमें लगायी गयी गुड एकेडमिक रिकार्ड की शर्त को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति के पदों को सुनियोजित ढंग से रिक्त रखे जाने के लिये ही बोर्ड ने यह अड़ंगा लगाया है। सुरेंद्र सेलवाल ने कहा कि विज्ञापन मेें जारी हिदायतों  में गुड एकेडमिक रिकार्ड को योग्यता में शमिल किया है जिसके तहत उम्मीदवार को दसवीं व बारहवीं ,स्नातक में से किन्ही दो में से पचास प्रतिशत अंक तथा में एक पैंतालीस प्रतिशत अंक हासिल हो की शर्ता रखी गई है जबकि पात्रता परीक्षा के लिए इस प्रकार की कोई शर्त नहीं थी। इस प्रकार अनेको उम्मीदवार जो उपरोक्त शर्तों क ो पूरा नहीं करते और पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण हो चुके है , अयोग्य ठहराकर उनको नियुक्तियों से दूर रखने की योजना है।  सेलवाल ने कहा कि अनुसूचित जाति के बच्चों को इससे बड़ा नुकसान होगा ,इस वर्ग का असली आरक्षण का हकदार वर्ग निर्धारित शर्तों के कारण स्वत: ही अयोग्य ठहरा दिया जाएगा और योग्य उम्मीदवार न मिलने का नोटिस जारी कर इस वर्ग के पदों को संवैधानिक हकों से वङ्क्षचत कह दिया जाएगा। सेलवाल ने इन गुड एकेडमिक रिकार्ड की शर्त को हटाने की मांग की है।


News Source : Denik Tribune (9.6.12)

HTET : पात्र अध्यापक अब बन गए अपात्र

HTET : पात्र अध्यापक अब बन गए अपात्र

हरियाणा स्कूल शिक्षक चयन बोर्ड द्वारा निकाली गई शिक्षकों की भर्ती में निर्धारित मापदंडों से काफी संख्या में पात्र अध्यापक आवेदन करने से ही वंचित रह जाएंगे। जबकि पात्रता परीक्षा में बैठने पर इस तरह के कोई मापदंड निर्धारित नहीं किए गए थे और डिप्लोमा कर चुके लोगों ने पात्रता परीक्षा भी पास कर ली। पात्रता परीक्षा पास करने वाले पात्र अध्यापकों में शिक्षकों की भर्ती को लेकर खुशी की लहर थी लेकिन शिक्षकों के हजारों पद का जैसे ही विज्ञापन जारी हुआ तो पात्र अध्यापकों के अरमानों पर पानी फिर गया। 


To See Advertisement for Teachers Selection By Haryana School Teacher Selection Board :
HARYANA SCHOOL TEACHERS SELECTION BOARDClick here to apply Online for Post Graduate Teachers(PGT)-H.E.S.-II (Group-B Services) (New) Click here to view the Advertisement (New)
Click here to view Special Instructions (New)


विज्ञापन के अनुसार पात्रता परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थी के लिए डिप्लोमा से पहले की दो परीक्षा 50 प्रतिशत व एक परीक्षा 45 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण का मापदंड दिया गया है।
 इस मापदंड पर खरे नहीं उतरने वालों ने भी बीएड और एमए करने के बाद पात्रता परीक्षा पास की है। इसी का उदाहरण बरनाला रोड निवासी मंजू रानी है। मंजू ने 1994 में 57 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं पास की थी और 1996 में बारहवीं कक्षा में 39 प्रतिशत अंक हैं। 55 प्रतिशत अंकों के साथ बीए उत्तीर्ण करने के बाद मंजू ने 51.70 प्रतिशत अंक लेकर हिंदी में एमए की। इसी के आधार पर मंजू ने एचटेट की परीक्षा भी 62 प्रतिशत अंकों के साथ पास की है। अब मंजू को 12वीं कक्षा में 45 प्रतिशत अंक न होने पर हिंदी शिक्षक के लिए आवेदन करने के लिए पात्र नहीं माना जा रहा है। मंजू का कहना है कि पात्रता परीक्षा के समय यह शर्त निर्धारित होनी चाहिए थी। क्योंकि पात्रता परीक्षा का मतलब ही यह है कि वह उम्मीदवार शिक्षक पद के लिए आवेदन करने के लिए पात्र हो गया है। इन दोहरे मापदंडों के चलते तो पात्र ही अपात्र हो गए हैं। 


अब मैं 16 वर्ष पहले पास की गई बारहवीं की परीक्षा को दोबारा कैसे उत्तीर्ण करूं। ऐसा पता नहीं प्रदेश में कितने ही ओर पात्रता परीक्षा पास कर चुके पात्र अध्यापक होंगे जो शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन करने में अपात्र हैं। सोमवार को बनाएंगे रणनीति शिक्षक पात्रता परीक्षा पास उम्मीदवारों के लिए आवेदन करने में नए निर्धारित मापदंड से खफा पात्र अध्यापक सोमवार को बैठक करेंगे। 


पात्र अध्यापक संघ के जिला प्रधान नानक चंद ने बताया कि एक तरफ तो सरकार चार वर्ष का अनुभव रखने वाले अध्यापकों को पात्रता में छूट दे रही है वहीं दूसरी तरफ पात्रता पास शिक्षकों पर डिप्लोमा से पूर्व की परीक्षाओं में 50 प्रतिशत अंकों की अनिवार्यता कर रही है। ऐसे में बहुत से शिक्षक आवेदन ही नहीं कर पाएंगे। डिप्लोमा या डिग्री के बाद पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद एक और बाधा डाल दी गई है। परीक्षाओं में अंकों का लाभ तो साक्षात्कार में होता है। इन सब मुद्दों को लेकर संघ सोमवार को सुबह नौ बजे टाउन पार्क में बैठक करने जा रहा है

HTET : Put answer key on website in future: Haryana SIC to school board



HTET : Put answer key on website in future: Haryana SIC to school board


The Haryana State Information Commission has directed the state's school board to make available on its website the "answer key" to questions for exams taken by it in future. 
Disposing of an RTI appeal of a Bahadurgarh resident seeking the answer key to questions of the Haryana 
Teacher Eligibility Test in which he appeared in November 2011, State Information Commissioner Urvashi Gulati said provision of the answer key would avoid unnecessary applications for information under the RTI Act.
"The aim of the Act is to bring transparency and accountability. It is, therefore, directed that the board should ensure availability of 'answer key' to questions on its website in future," Gulati said in her order.

The Haryana Board of School Education had denied information to petitioner Anil Kumar and had not provided the answer key to questions for the Teacher Eligibility exam on the plea that documents such as OMR sheet of answer book, answer key and question paper are intellectual property/trade secret of Board and fall within the ambit of Section 8 of the RTI Act, 2005.

The Commission held that Section 8(1)(d) exempts the State Public Information officer of the Haryana Board of School Education from furnishing information including intellectual property, the disclosure of which would harm the competitive position of a third party, unless the competent authority is satisfied that larger public interest warrants disclosure of such information.

The Commission held that the burden of establishing that the information sought was exempted from disclosure under Section 8 (1)(d) of the RTI Act shall lie with the SPIO and held that "to claim this exemption, the SPIO must establish that the information sought would harm the competitive position of a third party.

"The Board is under no obligation to disclose any such material to a third party unless it is satisfied that larger public interest warrants disclosure of information as it related to third party," the order states.


News Source : hindustantimes.com (9.6.12)

Thursday, June 7, 2012

HTET : भर्ती प्रक्रिया शुरू, पात्र शिक्षकों के चेहरे खिले



HTET : भर्ती प्रक्रिया शुरू, पात्र शिक्षकों के चेहरे खिले


Haryana School Teacher Selection Board Publish Advertisement of 14216 Teachers.
Last Date : 28 June 2012


चंडीगढ़, 7 जून। हरियाणा विद्यालय शिक्षक चयन बोर्ड द्वारा स्कूल प्रवक्ता हेतू 14216 पदों का विज्ञापन जारी करने पर प्रदेश के पात्र अध्यापकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। गौरतलब है कि पहली बार प्रदेश के शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रवक्ता पद हेतु इतने बड़े पैमाने पर पद विज्ञापित हुए हैं। पिछले दो वर्षों से नियमित अध्यापकों की भर्ती के लिए पात्र अध्यापक संघ के बैनर तले निरंतर संघर्ष कर रहे पात्र अध्यापकों को अब उम्मीद जगी है कि बड़ी संख्या में पदों के कारण अब वे भी नियुक्ति पा लेंगे।
हालांकि 4 वर्ष के अनुभव वाले शिक्षकों को भर्ती में पात्रता से छूट दिए जाने के निर्णय से पात्र अध्यापकों में हल्की सी निराशा नजर आई। गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षक चयन बोर्ड ने स्कूल प्रवक्ताओं के 14216 पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन जारी कर दिया है। इसमें मेवात कैडर के लिए भी अलग से पद विज्ञापित किए गए हैं। बोर्ड ने आवेदन के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को अपनाया है, जिससे समय की भी बचत होगी।
आवेदन के लिए अंतिम तिथि 28 जून निर्धारित की गई है। पहली बार स्कूल प्रवक्ता पदों के लिए इस बार बीएड को भी जरूरी योग्यता के रूप में शामिल किया गया है। हालांकि मास्टर डिग्री के आधार पर अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके उम्मीदवारों को बीएड से छूट दी गई है। इस बार अच्छे शैक्षणिक रिकॉर्ड को भी योग्यता में शामिल किया गया है। इसके तहत उम्मीदवार ने दसवीं, बारहवीं एवं स्नातक में से किन्हीं दो में 50 प्रतिशत अंक तथा एक में 45 प्रतिशत अंक हासिल किए हों।
भर्ती प्रक्रिया शुरू होने पर खुशी जताते हुए पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने इसे संघ व पात्र अध्यापकों के निरंतर संघर्ष की जीत बताया है। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया शुरू करने पर मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए जेबीटी व मास्टर वर्ग के पदों को भी जल्द विज्ञापित करने की मांग की। संघ के प्रदेश प्रवक्ता जसबीर गुर्जर ने भी उम्मीद जताई है कि सरकार माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय 322 दिन की समय सीमा में भर्ती प्रक्रिया पूरी करेगी



www.hpresults.nic.in – HP Board 10th Results 2012 | HP Board 10th Class Result 2012


www.hpresults.nic.in – HP Board 10th Results 2012 | HP Board 10th Class Result 2012 



HP Board 10th Results 2012 | HP Board 10th Class Result 2012 – hpresults.nic.in
Himachal Pradesh Board of Secondary Education Held Examination for Class 10th and 12th. HPBOSE was Conducted 10th Class Examination in April 2012

HP Board is Going to Publish 10th Class Results 2012 is Publish onhttp://hpbose.org/Result/MatricResult.aspx


Wednesday, June 6, 2012

HTET : पात्र अध्यापक जाएंगे हाईकोर्ट


HTET : पात्र अध्यापक जाएंगे हाईकोर्ट

Haryana Teacher Eligibility Test News :
चंडीगढ़। हरियाणा पात्र अध्यापक संघ ने चार वर्ष के शिक्षण अनुभव वाले शिक्षकों को पात्रता परीक्षा में छूट देने के सरकार के निर्णय को हाईकोर्ट में चुनौती देने का फैसला लिया है।





















पात्र अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वादाखिलाफी की है। पात्र अध्यापकों को भरोसा दिया गया था कि उनको वरीयता देकर या कोटा निर्धारित करके उनके साथ न्याय किया जाएगा। सरकार के आश्वासन पर ही पात्र अध्यापकों ने आमरण अनशन समाप्त किया था। लेकिन सरकार ने पात्र अध्यापकों के साथ विश्वासघात किया है। संघ अब पात्रता से छूट देने के निर्णय को हाईकोर्ट में चुनौती देगा। संघ के प्रवक्ता जसबीर गुर्जर ने कहा कि 10 जून से पूरे प्रदेश में जिलावार बैठकें कर सरकार के खिलाफ पात्र अध्यापकों को लामबंद किया जाएगा